लेखनी कहानी -02-Jul-2023... एक दूजे के वास्ते... (31)
कुछ देर वही खड़े होकर रोहित भी अंदर चला गया....।
रश्मि भी अपनी माँ के पास ही एक बेंच पर सो रहीं थीं....।
रोहित भी पास में रखी कुर्सी पर बैठ गया...। कुछ देर के बाद डाक्टर ने रोहित को बुलाया..।
रोहित डाक्टर के केबिन में गया...।
अभी राहुल खतरे से बाहर हैं...। पर अभी भी वो होश में नहीं आया है.... जब तक वो होश में ना आए कोई भी उससे मिल नहीं सकता और होश आने के बाद भी कोई ऐसी बात मत करना जिससे उसे तकलीफ हो...। ओके....।
रोहित:- ओके सर.. थैंक्स।
रोहित केबिन से बाहर आया तो अलका उसी ओर आ रही थी।
रोहित दौड़ता हुआ उसके पास गया ओर बोला :- अलका तुम यहाँ क्या कर रहीं हो... तुम्हें डाक्टर ने आराम करने के लिए कहा हैं ना...
रोहित कुछ ओर बोलता इससे पहले अलका ने बीच में टोकते हुए कहा :- राहुल कैसा है रोहित...? डाक्टर ने क्या बोला तुम्हें..?
राहुल अभी ठीक हैं.. खतरे से बाहर है..। पर अभी तुम पहले अंदर चलो।
रोहित मैं अभी बिल्कुल ठीक हूँ... मुझे एक बार राहुल को देखना है... मुझे उसके पास ले चलो..।
अलका डाक्टर ने अभी मिलने से मना किया हैं.. वो अभी होश में नहीं है..। एक काम करते हैं हम यहाँ बैठ कर बातें करते हैं... (रोहित ने बरामदे में लगीं बेंच की ओर इशारा करतें हुए कहा) रोहित और अलका वहाँ बैठ गए।
रोहित अलका को बैंच पर बिठाकर बोला :- अलका एक बात पुछूं सच सच जवाब दोगी....?
हां पुछो ना रोहित...!
क्या तुम राहुल से प्यार करतीं हो....?
अलका कुछ नहीं बोली...।
प्लीज अलका सच बोलो... मुझसे मत छुपाओ....।
हां रोहित.... मैं राहुल से प्यार करतीं हूँ...।
क्या तुमने राहुल को इस बारे में बताया हैं...और तुमने ये बात रश्मि को क्यूँ नहीं बताई हैं.... वो तो....
अलका बीच में बोलते हुए....रोहित रश्मि को बताने का कोई मतलब नहीं हैं.... क्योंकि राहुल किसी ओर से प्यार करता है...। राहुल ने मुझे बताया हैं .........उसकी जिंदगी में पहले से कोई ओर हैं.....। इसलिए मैंने भी आजतक राहुल को कभी अपने प्यार के बारे में कुछ नहीं बताया.... और रश्मि को बताऊंगी तो वो बिना वजह परेशान होगी...।
इसका मतलब तुम किसी ओर के लिए अपना प्यार कुर्बान कर दोगी..?
किसी ओर के लिए नहीं रोहित..... राहुल के लिए...। ओर फिर ये कौन कहता है कि मैं प्यार कुर्बान कर दूंगी.... प्यार तो इस दिल में हमेशा रहेगा.... और प्यार में लेना नही देना मायने रखता हैं...। और तुमने भी तो अब तक रश्मि से अपने प्यार का इजहार नहीं किया हैं....?
मैं पहले जानना चाहता हूँ कि उसके दिल में क्या है मेरे लिए....।
रोहित प्लीज रश्मि को मेरे और राहुल के बारे में कभी कुछ नहीं बताना... वो बेवजह ही परेशान होगी... अभी उसकी तबीयत भी ठीक नहीं है...।
ओके अलका... नहीं बताऊंगा.... तुम भी मेरे बारे में कुछ नहीं बताना.... मैं पहले उसके दिल की जान तो लूं....।
तभी रश्मि बाहर आतीं हैं..... । तुम दोनों ऐसे बाहर क्यू बैठे हो..... राहुल कैसा है अभी..... डाक्टर से बात हुई...?
अरे बस... एक एक करके सवाल करो.... रश्मि...।
बात हो गई है रश्मि.... राहुल अभी खतरे से बाहर हैं...।
रोहित खड़े होते हुए... तुम यहाँ बैठो रश्मि मैं बस थोड़ी देर में आता हूँ..।
अभी इस वक़्त आप कहाँ जा रहे हैं सर..... सॉरी रोहित....।
तुम अपनी दोस्त से बातें करो मैं कुछ जरूरी काम खत्म करके आता हूँ...। जल्दी आता हूँ....। ऐसा कहकर रोहित वहाँ से चला गया....।
रोहित ने हास्पिटल से बाहर आकर ही किसी को फोन किया.... अपनी गाड़ी में बैठ कर बोला:- हां बोलो सुरेश क्या अपडेट हैं..?
सर रिषभ और मोहन और उनके सभी साथियों को रंजीत के कहने पर लाकअप में डाल दिया गया है.... पर अभी थोड़ी देर पहले हमने रंजीत को उनसे बात करके जातें हुए भी देखा है.... बात क्या हुई है वो पता नहीं कर पाए...।
ओके कोई बात नहीं.. तुम बस रिषभ पर नजरें रखना...।
जी सर.... डोंट वैरी.... । रश्मि मेम कैसी है अभी सर...
वो ठीक है अभी.... ।
ओके सर... बाय..।
रोहित ने बाय कहकर फोन रख दिया...।
तभी रोहित को किसी अंजान नम्बर से फोन आया..। रोहित ने फोन उठाया.. हैलो... कौन..?
रंजीत बोल रहा हूँ सामने से आवाज आई..।
ओहह.... रंजीत...। मैं अभी तुम्हारे ही बारे में सोच रहा था....। बोलो मुझे कैसे फोन किया...।
देख अपना तेरे से कोई पंगा नही है.. ना ही अब अपने को रश्मि से कोई लेना देना है...। मैनें बस इतना कहने के लिए फोन किया है कि एक गलती तो भगवान भी माफ कर देता है.... फिर रिषभ तो तेरा भाई हैं...उसको सिर्फ तेरे से प्रोपर्टी के कागजात चाहिए.... जो उसका हक बनता है.... तो दे दे उसकों और मामला यही खत्म कर....। काहे को बात बढ़ा रहा है...।
लेकिन ये सब तुम कैसे जानते हो... और इसमें तुम्हारा क्या फायदा है..?
अपना कोई फायदा वायदा नही है.... मैं तो ये सब तेरे भले के लिए कह रहा हूँ...।
मेरा भला......वो कैसे....?
देख वो बहुत पहूचां हुआ हैं... वो अंदर होतें हुए भी बाहर से बहुत कुछ करवा सकता है...। तु समझ रहा है ना...। कल को उसके कहने पर फिर से रश्मि के साथ कुछ गलत हो गया तो... बहुत हरामी इंसान हैं वो....।
लेकिन इस बात की क्या गारंटी हैं की वो प्रोप्रटी लेने के बाद रश्मि को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा..?
अरे उसने खुद मुझसे कहा है ये...।
कहने पर क्या......मैं तो उसके लिखकर देने पर भी यकीन ना करुं... और अच्छा होगा अगर तुम भी ना करो.... वो मेरा भाई हैं... अच्छे से जानता हूँ उसे... प्रोप्रटी तो मैने सही लोगों के हवाले कर दी.... रही बात रश्मि की तो अब रश्मि को छूने से पहले उसे मुझसे टकराना होगा....। प्यार करता हूँ रश्मि से... और प्यार में बहुत ताकत होती है..।
ठीक है भाई अगर बात प्यार की हैं तो मैं भी तुम्हारें साथ हूँ...। सच्चे प्यार का तो भगवान भी साथ देता है... तुम चिंता मत करो... जब तक तुम बोलो तब तक उनकों रहने दूंगा सलाखों के पीछे....।
शुक्रिया तुम्हारा रंजीत.... पर मैं अपनी लड़ाई खुद लड़ लूंगा..। तुम चिंता मत करो... तुम उसे बाहर निकाल दो.. क्योंकि अभी तुमने ही कहा ना भगवान हैं हमारे साथ....।
ठीक है रोहित....। जैसा तुम कहो.....। कभी भी....कोई भी मदद चाहिए हो तो जरूर बताना...। रोहित ने हां जरूर कहते हुए फोन रख दिया....।
क्रमशः.............................................................